खास बात न कर पाने की कसक है.... खास बात का खाता खाली है...
दिन कटते नहीं , टपक जाते हैं वर्ष बीतते नहीं, झर जाते हैं
Shubhagaman.
दिन कटते नहीं , टपक जाते हैं
ReplyDeleteवर्ष बीतते नहीं, झर जाते हैं
Shubhagaman.
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